RTI कार्यकर्ताओं की सुरक्षा के लिए न्यायपालिका ने बेहतरीन उपाय सरकार को बताया है, जिसके तेहत किसी को अपना नाम व पता बताना जरुरी नहीं होगा, बल्कि डाक विभाग से अपने नाम एक पोस्ट बॉक्स नंबर लेना होगा। RTI का जवाब इसी नंबर पर मिलेगा जिससे सुचना मांगने वाले का नाम , पता गोपनीय रहेगा।
Friday, 10 January 2014
Friday, 13 September 2013
स्वागतम् ........चारों दरिंदों को फांसी सुनाई गयी…।
आज के इस फैसले पर भारत के साथ-२ दुनिया की नज़रे लगी हुई थी। आखिर उन दरिंदो को फांसी की सजा सुना दी गयी है, इस फैसले से निश्चित ही न्याय पालिका पर आम आदमी का विश्वास और मजबूत हुआ है। इससे समाज मे अपराध के विरुद्ध एक सही सन्देश जायेगा और पीडिता के परिवार को न्याय मिला है, साथ-ही पूरे देश के लोगो द्वारा दामिनी को न्याय दिलाने के लिए किये गये उनके अथक प्रयास को पूरा सम्मान मिला है।
सुनाई गयी
swagatam
Monday, 19 March 2012
Wednesday, 7 March 2012
DTC
DTC (DIRECT TAX CODE)
विगत कुछ वर्षो से DTC भारत में एक गहन आर्थिक मुद्दा रहा है। और चूँकि अब से कुछ ही दिनों के अन्तराल पर संसद मे बजट पेश होने जा रहा है। और सरकार इसे लागु करने बात कर रही है, देखते है की हमारे माननीयों की समझ कहाँ तक समृद्ध है? लेकिन हमें समझाना होगा कि प्रस्तावित D.T.C. की क्या उपादेयता है? सरकार को अपनी विभिन्न वचन बद्द्ताओं को पूरा करने के लिए अनेक प्रकार के करों के रूप में राजस्व की प्राप्ति होती है, और इन करों को मुख्य रूप से दो वर्गों में बांटा गया है प्रत्यक्ष कर एवं अप्रत्यक्ष कर । उदारीकरण के पश्चात किये गए सुधारों में कर-सुधारों में भी सुधार किये जाते रहे है(विशेषकर chelliah committee, kelkar committee की अनुशंषाओं पर ) । यह ध्यान रहे कि कर सुधारों से पूर्व प्रत्यक्ष कर का हिस्सा कुल के पांचवे हिस्से से भी कम था. इन सुधारों के मार्फ़त प्रत्यक्ष कर के अंश में वृद्धि हुई है जो स्पष्ट करता है कि इसके माध्यम से समाज मे आर्थिक समता मे वृद्धि हुई है। यह ध्यान रहे कि प्रत्यक्ष कर के अंतर्गत उत्पादन तथा व्यापर पर कर लगाने के बजाय व्यक्तियों की आय पर कर लगाया जाता है जो कि समतामूलक कर होता है और वहीं वस्तुओ और सेवाओ पर लगने वाला कर, निम्न आय वालों पर तथा उच्च आय वालों पर सामान रूप से लगता है जो कि न्यायपूर्ण नहीं कहा जा सकता। DTC (प्रत्यक्ष कर संहिता ) प्रत्यक्ष कर प्रणाली को और सुद्रढ़ बनाने के लिए प्रस्तावित है जिसमे कि सुधार की गुन्जाईस हो सकती है, लेकिन यह कहना होगा कि डटक प्रत्यक्ष कर कानूनों को कुशल एवं प्रभावशाली बनाने की ओर लक्षित है। इससे जुड़ा एक तथ्य यह भी है कि DTC भारत मे कर राजस्व -GDP अनुपात कि वृद्धि मे भी सहायक होगा जो लगभग २० वर्षों से लगभग १०% पर स्थिर बना हुआ है।(1990-91 -->10.11% तथा 2011-2012--> 10.38)
Sunday, 19 February 2012
SACCHI RAJNITI
भगवती सिंह विशारद (उन्नाव का गाँधी) , सात बार विधयक रहे - न कोई गाड़ी न कोई बंगला ........जय हो
Monday, 30 January 2012
IS IT TRUE?
It's not the fault of the student if
he fails,
because
the year has
'ONLY"365' days.
Typical academic year for a student.
1. Sundays-52,Sundays in a year, which are rest
days.
Balance 313 days.
2. Summer holidays-50 where weather is very hot
and
difficult to study.
Balance 263 days.
because
the year has
'ONLY"365' days.
Typical academic year for a student.
1. Sundays-52,Sundays in a year, which are rest
days.
Balance 313 days.
2. Summer holidays-50 where weather is very hot
and
difficult to study.
Balance 263 days.
3. 8 hours daily sleep-means 122 days.
Balance 141 days.
4. 1 hour for daily playing-(good for health)
means
15 days.
Balance 126 days.
5. 2 hours daily for food & other delicacies(chew
properly & eat)-means
30days.
Balance 96 days.
6. 1 hour for talking (man is a social
animal)-means
15 days Balance 81
days.
7. Exam days per year atleast 35 days.
Balance 46 days.
8. Quarterly, Half yearly and festival
(holidays)-40
days.
Balance 6 days.
9. For sickness atleast 3 days.
Balance 3 days.
10. Movies and functions at least 2 days.
Balance 1 day.
11. That 1 day is your birthday.
"How can a student pass?
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